Chahatt Khanna News: ठग सुकेश चंद्रशेखर के साथ नाम जोड़े जाने के बाद टीवी की मशहूर अभिनेत्री चाहत खन्ना को लेकर ये दावा किया गया था कि वो तिहाड़ जेल में उससे मिलने गई थीं. 200 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज और नोरा फतेही की कथित संलिप्तता की वजह से ये मामला काफी सुर्खियों में है. हाल ही में निक्की तंबोली और चाहत खन्ना का नाम इस केस में सामने आया था, जिसके बाद बहुत सारे सवाल उठने लगे थे. अब चाहत खन्ना ने इस पर रिएक्ट किया है.
गुरुवार को ही चाहत खन्ना (Chahatt Khanna) और निक्की तंबोली को भी जांच के दायरे में लाया गया, जब उनके तिहाड़ जेल में सुकेश चंद्रशेखर से मिलने की खबरें आने लगीं. चाहत खन्ना इसे हकीकत का एक “ट्विस्ट” पोर्ट्रेयल कह रही हैं और वो कहती हैं कि जब ये उचित होगा तो वो अपना पक्ष रखेंगी.
समय आने पर बोलेंगी चाहत खन्ना
चाहत खन्ना ने कहा, “मैंने अपनी संलिप्तता के बारे में सभी रिपोर्ट्स देखी हैं. दरअसल बहुत कुछ है जो मैं कहना चाहती हूं, लेकिन फिर मुझे लगता है कि मुझे खुद को स्पष्ट क्यों करना चाहिए. इसका अभी कोई मतलब नहीं है. ये वो समय नहीं है जब मुझे खुद को स्पष्ट करना चाहिए या मुझे खुद को स्पष्ट करने की जरूरत है.” चाहत ने कहा कि सही समय आने पर ही वो बोलेंगी.
चाहत ने आगे कहा, “मैं निश्चित रूप से बात करूंगी, अपना बचाव करने के लिए नहीं, बल्कि ये बताने के लिए कि हकीकत में क्या हुआ था. अभी, जो मीडिया जानती है वो पूरी कहानी का सिर्फ आधा हिस्सा है.”
एक ऑनलाइन पोर्टल की रिपोर्ट के मुताबिक, निक्की तंबोली, चाहत खन्ना, सोफिया सिंह और अरुषा पाटिल अपनी सहयोगी पिंकी ईरानी के जरिए सुकेश चंद्रशेखर से मिलने दिल्ली की तिहाड़ जेल गए थे.
![Chahatt Khanna News: टीवी की मशहूर अभिनेत्री चाहत खन्ना को आखिर किस बात पर आ रही है इतनी हंसी? 1 Chahatt Khanna News](https://i0.wp.com/bollywoodpunch.com/wp-content/uploads/2022/09/Chahatt-Khanna-News.jpg?resize=796%2C530&ssl=1)
चाहत खन्ना नहीं हैं इससे परेशान
चाहत ने कहा, “जब मैं इस मामले के बारे में कुछ भी कहूंगी, तो कानाफूसी का खेल शुरू हो जाएगा. इसलिए मैं चुप रहना चाहती हूं, लेकिन जब समय आएगा, अगर मुझे असली कहानी बताने की जरूरत महसूस होगी, तो मैं निश्चित रूप से करूंगी.”
चाहत खन्ना ने आगे कहा, “अगर लोग मेरी कहानी को सुने बिना निष्कर्ष निकालते हैं, तो मैं इससे परेशान नहीं हो सकती. वो हकीकत नहीं जानते. वो जो चाहें कहें या जिस पर चाहें यकीन करें. उन्हें ऐसा करने का पूरा अधिकार है. अभी मैं और मेरा परिवार सभी रिपोर्टों को पढ़कर हंस रहे हैं.